महात्मा गांधी : श्रद्धा और पुरूषार्थ का महाकाव्य
गांधी जी का जीवन श्रद्धा एवं पुरूषार्थ का महाकाव्य था । श्रद्धा सत्य के लिए और पुरुषार्थ अहिंसा के लिए । गांधी जी ने एक बड़ा दावा किया था कि सत्य उन्हें सहज प्राप्त...
गांधी जी का जीवन श्रद्धा एवं पुरूषार्थ का महाकाव्य था । श्रद्धा सत्य के लिए और पुरुषार्थ अहिंसा के लिए । गांधी जी ने एक बड़ा दावा किया था कि सत्य उन्हें सहज प्राप्त...
भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 को बंगा, लायलपुर, पंंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था। देशभक्ति उन्हे विरासत में मिली थी। जिस दिन भगत सिंह का जन्म हुआ था उसी दिन उनके पिता...
चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में प्रकाशित ‘सौ साल पहले चम्पारण का गांधी’ पुस्तक पर एक परिचर्चा 17 अगस्त 2017 को युवा संवाद अभियान एवं राष्ट्रीय सेवा योजना , लंगट सिंह महाविद्यालस के संयुक्त...
चम्पारण देश के पूरब में नेपाल से लगा हुआ बिहार का जिला है जो अब दो हिस्सों पश्चिमी और पूर्वी चम्पारण में बंटा है। चम्पारण में बेतिय राज, रामनगर आदि कई स्टेट थे। इसमें...
चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में प्रकाशित महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं संग्रहणीय उपन्यास ऐतिहासिक घटनाओं और पात्रों पर उपन्यास लेखन रचनाकारों के लिए हमेशा आकर्षण का केन्द्र रहा है। साथ ही ऐतिहासिक घटनाओं एवं पात्रों...
चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में प्रकाशित महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं संग्रहणीय उपन्यास ऐतिहासिक घटनाओं और पात्रों पर उपन्यास लेखन रचनाकारों के लिए हमेशा आकर्षण का केन्द्र रहा है। साथ ही ऐतिहासिक घटनाओं एवं पात्रों...
तुम्हारा रूप, जैसे जाड़े की धूप, हल्का और प्रकाशवान और आकर्षक, कि खड़े रहो छाया में उस धुप की घंटो तक, जी नहीं होता था हटने का. तुम्हारा स्नेह, जैसे जेठ में मेह,...
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