आजादी के सपने जो बन न सके अपने
असंख्य लोगों के असीम त्याग और बलिदान और लम्बे संघर्ष के बाद 15 अगस्त,1947 को देश को आजादी मिली। हमारे शहीदों और राष्ट्रनिर्माताओं का सपना क्या था? वे कैसा आजाद भारत बनाना चाहते थे?...
असंख्य लोगों के असीम त्याग और बलिदान और लम्बे संघर्ष के बाद 15 अगस्त,1947 को देश को आजादी मिली। हमारे शहीदों और राष्ट्रनिर्माताओं का सपना क्या था? वे कैसा आजाद भारत बनाना चाहते थे?...
कलम के सिपाही उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के उन विरले लेखकों में हैं जिनकी रचनाएं उनकी मृत्यु के आठ दशक से ज्यादा बीत जाने के बाद भी सबसे ज्यादा पसंद और पढ़ी...
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